ए.एम.यू. और जामिया में पुलिस की बर्बरता पूर्ण कार्यवाही घोर निंदनीय - डॉ. बेग 


 जयपुर।


 


केब और एनआरसी के विरोध में पूरा देश खड़ा हुआ है। समूचे विश्व में केन्द्र सरकार की छवि धुमिल हो रही है। ऐसे में संविधान में अल्पसंख्यकों को दिए गए संरक्षण और अपने अधिकारों को पाने के लिए ए.एम.यू. अलीगढ़ और जे.एम.आई. दिल्ली के छात्रों के प्रदर्शन को दिल्ली और यूपी पुलिस द्वारा बलपूर्वक रोकने और युवा शक्ति की आवाज को दबाने के लिए जो बर्बरता पूर्ण कार्यवाही की गई है वह घोर निंदनीय है।


अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष एवं राजस्थान मुस्लिम एज्युकेशनल सोसाइटी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. आजम बग ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि भारत के प्रधानमंत्री द्वारा अपने 2 कार्यकाल के शपथ लेने से पूर्व सबका साथ सबकाविकास और सबका विश्वास का नारा दिया था जो पूर्णतः खोखला साबित हुआ और भारत के गृहमंत्री द्वारा पार्लियामेंट के दोनों सदनों केब और एनआरसी को कार्यवाही घोर निंदनीय लेकर जिस तरह एक समुदाय विशेष को टारगेट किया तथा ए.एम.यू. और जे.एम.आई. सहित अन्य जगहों पर युवाओं के प्रदर्शन को और छात्र- छात्राओं की आवाज को दबाया गया है वह अत्यन्त संविधान विरोधी और दुखद है।


डॉ. आजम बेग ने जेएमआई दिल्ली प्रशासन के व्यवहार को लेकर पुलिस प्रशासन के दुर्व्यवहार के विरूद्ध एफ.आई.आर. कराने के निर्णय पर संतोष व्यक्त करते हुए ए.एम.यू. अलीगढ़ प्रशासन द्वारा कैम्पस में पुलिस बुलाने और निर्दोश छात्रों पर पुलिस द्वारा गोलियां चलाकर सैंकडों की संख्या में घायल निंदनीय - डॉ. बेग कर देने पर गहरी तशवीष जाहिर करते हुए कहा कि यूनिवर्सिटी कैम्पस में पुलिस की जारिहाना दखलअन्दाजी और विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा छात्रों से जबरदस्ती छात्रावास खाली करवाया जाना बेहद अफसोसनाक और शर्मनाक है। जिसकी जितनी निन्दा की जाए कम है। डॉ. आजम बेग ने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा जेएमआई और एएमयू में छात्रों पर की गई पुलिस कार्यवाही को दुर्भाग्यपूर्ण बताने और नागरिकता संशोधन बिल को राजस्थान प्रदेश में लागू ना करने की घोषणा की हम सराहना करते हैं। डॉ. बेग ने कहा कि राजस्थान मुस्लिम एज्युकेशनल सोसाइटी का एक प्रतिनिधीमंडल शीघ्र ही एएमयू और जेएमआई जाकर घायल छात्रों से मिलेगा और यूनिवर्सिटी प्रशासन से मिलकर पूरे घटनाक्रम कीजानकारी लेगा और राष्ट्रपति महोदय से इस बिल को वापस लौटाने की गुहार करेगा।


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