मुस्लिम स्कूल जयपुर के चुनाव में शब्बीर कारपेट सचिव एवं जाकिर जुबैरी अध्यक्ष बने
- 21 दिसम्बर 2019 को हुआ था 60 सदस्यी कमेटी का चुनाव
- 29 दिसम्बर को 60 सदस्यों ने मुख्य कार्यकारिणी का चुनाव किया जिसमें कारपेट व्यवसायी एवं मुसाफिर खाना एमडी रोड के अध्यक्ष सचिव एवं बिजनेसमेन जाकिर जुबैरी को मुस्लिम स्कूल को संचालित करने वाली संस्था अंजुमन तालिमुल मुस्लिमीन का अध्यक्ष चुना गया।
- चुनाव से पहले मुस्लिम स्कूल के विकास एवं सीबीएसई स्कूल बनाने के लिए बी टीम ने छह करोड देने की घोषणा की थी
- मुस्लिम स्कूल चुनाव में करीब 15 वर्ष बाद हुए थे
- अन्जुमन तालिमुल मुस्लिमीन संस्था के हुए इस चुनाव में पूर्व सचिव डॉ. हबीब के पैनल को करारी हार का सामना करना पड़ा
जयपुर।
मुस्लिम स्कूल एमडी रोड को संचालित करने वाली संस्था अन्जुमन तालिमुल मुस्लिमीन जयपुर के चुनाव में शब्बीर खान कारपेट सचिव एवं इंजीयरिंग व्यवसायी जाकिर जुबैरी अध्यक्ष बने हैं। संस्था के संचालन में सचिव की जिम्मेदारी ज्यादा होती है। इससे पहले डॉ. हबीब खान अन्जुमन तालिमुल मुस्लिमीन जयपुर के करीब 48 वर्ष तक सचिव रहे। उनका विरोध बढ़ने के कारण चुनाव करवाने पड़े।
डॉ. हबीब ने मुस्लिम स्कूल एमडी रोड सहित अन्य संस्थाओं के विकास में बड़ा योगदान दिया है। डॉ. हबीब नई कार्यकारिणी को करीब 300 करोड़ की सम्पत्ति सौंप रहे हैं शुरुआत में डॉ. हबीब ने अपनी सरकारी नौकरी की पहली तनख्वाह मुस्लिम स्कूल में लगाई थी। अन्जुमन तालिमुल मुस्लिमीन के चुनाव 21 दिसम्बर 2019 को करवाए गए थे जिनमें 60 सदस्यी कमेटी का चुनाव हुआ था। तीसरे दिन लगातार वोटों की गिनती करके परिणाम घोषित । किए गए जिसमें बी टीम ने धमाकेदार जीत दर्ज कर अन्जुमन तालिमुल मुस्लिमीन की इंतजामिया कमेटी पर अपना अधिकार कर लिया। 29 दिसम्बर को 60 सदस्यी कमेटी ने मुख्य कार्यकारिणी का चुनाव किया जिसमें कारपेट व्यवसायी, समाजसेवी एवं मुस्लिम मुसाफिर खाना एवं एमडी रोड के अध्यक्ष शब्बीर खान कारपेट को सचिव बनाया गया और इंजीनियरिंग व्यवसायी एवं मुस्लिम समाज के बड़े व्यवसायी जाकिर जुबैरी को अन्जुमन का अध्यक्ष बनाया गया।
चुनाव की तैयारी करीब छः महीने से चल रही थी। चुनाव में तीन टीमों ने भाग लिया था। ए टीम में 60 सदस्यों, बी टीम में 60 सदस्यों एवं सी टीम में 6 सदस्यों ने चुनाव लड़ा था। बी टीम ने जयपुर शहर के बड़े व्यवसायी एवं वकीलों की टीम थी। बी टीम ने वर्षों से अन्जुमन का चुनाव जीतने की तैयारी की जिसमें वे कामयाब भी रही। ए टीम के लीडर पूर्व सचिव डॉ. हबीब खान थे। एक लम्बे समय तक स्कूल एवं अन्य संस्थाओं का मैनेजमेंट संभालने के कारण उनके प्रति जयपुर में नेगेटिव वातावरण बन गया था और उनकी टीम चुनाव हारकर अंजुमन तालिमुल मुस्लिमीन इंतजामिया कमेटी से बाहर हो गई। सी टीम में मात्र 6 सदस्यों ने चुनाव लड़ा और प्रभावकारी रूप से अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई ।
बी टीम ने वर्षों तैयारी की और स्कूल के विकास के लिए 6 करोड़ का फंड देने एवं मुस्लिम स्कूल को सीबीएसई स्कूल बनाने का वादा किया। मुस्लिम स्कूल के मतदाताओं (जिनमें आजीवन और वार्षिक) ने वादा पसंद किया और बहुमत से बी टीम को जिताया। अंजुमन के चुनाव जयपुर में काफी समय तक चर्चा में बने रहे। बी टीम के 60 सदस्यों ने जाकिर जुबैरी को अध्यक्ष एवं शब्बीर खान कारपेट को सचिव सहित अन्य पदाधिकारियों को चुनाव किया। वर्तमान में मुस्लिम स्कूल एक चर्चित मुद्दा है। जयपुर के मुसलमानों के लिए कोई भी मैनेजमेंट कमेटी मुस्लिम स्कूल के विकास को नजरअंदाज नहीं कर सकती है। अब जयपुर की जनता को सीबीएसई स्कूल बनने का इंतजार है। स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के पास पैसे की कोई कमी नहीं रहेगी क्योंकि 6 करोड़ रुपए का फंड की घोषणा बी टीम पहले ही कर चुकी है।