पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाने वाली अमूल्या है नक्सलियों के संपर्क में
जयपुर।
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में आयोजित AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की रैली में मंच पर पाकिस्तान जिंदाबाद' का नारा लगाने वाली अमल्या मल तौर पर चिकमंगलुरु के कोप्पा की रहने वाली है। देशविरोधी नारेबाजी के बाद एक तरफ जहां हंगामा मचा हुआ है, वहीं अमूल्या के पिता को इन सबसे कोई हैरानी नहीं है।
अमूल्या का पूरा नाम अमूल्या लियोना नोरोन्हा है। वह अभी पत्रकारिता की पढ़ाई कर रही है। गुरुवार को दुश्मन मुल्क पाकिस्तान के समर्थन में नारा लगाने वाली अमूल्या के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया था। शुक्रवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने अमल्या को जमानत देने से इंकार करते हुए, उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
चिकमंगलुरू बेंगलुरु अमूल्या है नक्सलियों में NMKRV कॉलेज से अमूल्या पढ़ाई कर रही है। इससे पहले वह बेंगलोर रिकॉर्डिंग कंपनी में ट्रांसलेटर के तौर पर काम करती थी। सदविद्या कंपोजिट प्री यूनिवर्सिटी कॉलेज से उसने अपनी पढ़ाई पूरी की और मनिपाल के क्राइस्ट स्कूल व संत नार्बर्ट सीबीएसई से स्कूली शिक्षा ली है।
पिता का सपोर्ट नहीं: गिरफ्तार अमूल्या के पिता ने भी इस मामले से खुद को किनारा कर लिया। उन्होंने अमूल्या की गिरफ्तारी पर कोई हैरानी या दुख नहीं जताया। उन्होंने कहा कि अमूल्या कुछ नक्सलियों के संपर्क में है और इसके लिए उन्होंने उसे पहले ही सतर्क करने की कोशिश की थी लेकिन वह उनकी नहीं सुनती। पिता ने कहा, 'अमूल्या को फोन कर बुलाया था, क्योंकि मेरी तबियत ठीक नहीं थी। लेकिन उसने कहा कि वह नहीं आ सकती और मैं खुद अपना ख्याल रखू ।' नक्सलियों के संपर्क में प