कोरोना से निपटने के लिए तैयार आदेश है सिप्ला - युसुफ हामिद


नई दिल्ली (एजेंसी)।


      भारतीय दवा कंपनी सिप्ला ने 6 महीनों के अंदर लाइलाज कोरोना (corona virus) की दवाई बनाने का दावा किया। अगर ऐसा हुआ तो सिप्ला ऐसा करने वाली पहली भारतीय कंपनी बन सकती है। इसके लिए दमा, अस्थमा, एंटी वायरल दवाइयों और एचआईवी की दवाइयों का प्रयोग किया जा रहा है। गौरलब है कि भारत में अभी तक 250 मामले सामने आ चुके हैं।


दो गुना तक बढ़ाया दवाइयों का उत्पादनः सिप्ला कंपनी के यूसुफ हामिद के मुताबिक कंपनी ने इन दवाइयों का उत्पादन दोगुना तक बढ़ा दिया है। यहां तक कि स्विटजरलैंड की रोचेज कंपनी की सूजन को रोकने वाली एक्टेमरा दवाई को भी भारत में बंटवाने का काम किया है।


हामिद के मुताबिक अगर भारतीय चिकित्सा जगत फैसला करे तो उनके पास और भी दवाइयां हैं जिनका इस्तेमाल किया जा सकता है.


          दो दवाइयों को मिलाकर बनाया गया कंपोसिशनः इससे पहले सिप्ला ने लोपिनाविर और रिटोनाविर को मिलाकर लोपिम्यून टैबलेट तैयार किया है। ड्रग कंट्रोलर जनरल ने कोविड-19 के मरीजों पर एंटी-एचआईवी ड्रग्स के एक कॉम्बिनेशन के 'रेस्ट्रिक्टेड यूज' के की बात कहीहै। हामिद दावा करते हैं कि उनके पास ये दवाइयां काफी मात्रा में हैं मगर अगर कोरोना महामारी बन जाती है तो दिक्कत बढ़ सकती है। फिलहाल इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता।


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