अंजीर एक फायदे अनेक


                अंजीर को औषधियों और खाने का स्वाद बढ़ाने वाले गुणों के कारण जाना जाता है। इस कुरकुरे और मीठे फल का इस्तेमाल कई वर्षों से रोगों के इलाज में किया जाता रहा है। अंजीर को स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है। पुराने समय में मानव द्वारा उगाए जाने वाले फलों में अंजीर का नाम भी शामिल है। इतना ही नहीं, इस फल का उल्लेख बाइबल तक में किया गया है। अब इसी बात से आप अनुमान लगा सकते हैं कि यह सेहत के लिए कितना लाभकारी है। इसे फिकस कैरीका नाम से भी जानते हैं। यह रसीला और गूदेदार फल होता है। अब आपको अंजीर के फायदे और इसमें मौजूद पोषक तत्व के बारे में बताते हैं। इसमें आपको एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन्स और फाइटोन्यूट्रिएंट्स जैसे कई गुणकारी तत्व मिलेंगेइसके अलावा, अंजीर को प्राकृतिक शुगर और घुलनशील फाइबर का प्रमुख स्रोत माना गया है।


अंजीर के फायदे - अंजीर के इतने स्वास्थ्य लाभ हैं कि आप गिनते-गिनते थक जाएंगे। हम एक-एक कर आपको सारे लाभ की जानकारी दे रहे हैं।


पाचन शक्ति- अंजीर के फायदे कब्ज के मरीजों को भी मिलता है अंजीर के सेवन से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है और पाचन तंत्र अच्छी तरह काम करने लगता है। पाचन तंत्र को बेहतर करने के लिए, दो-तीन अंजीर को रात भर के लिए पानी में भिगो कर रख दें और अगली सुबह ऐसे ही या फिर शहद के साथ खाएं। पाचन तंत्र को बेहतर करने और कब्ज को जड़ से मिटाने के लिए, फाइबर की जरूरत होती है। वह अंजीर में उपलब्ध होता है। इसलिए जब अंजीर का सेवन किया जाता है, तो इसका फाइबर गुण पेट को साफ करने में मदद करता है।


हृदय रोग- अंजीर का सेवन करने से हृदय रोगों से भी छुटकारा मिलता है। अंजीर खाने से रक्त में ट्राइग्लिसराइड की मात्रा कम होती है और वह सही प्रकार से काम करने लगता है। इसलिए स्वस्थ रहने के लिए अंजीर के कई फायदे हैं। इसके अलावा शरीर में फ्री रेडिकल्स की उत्पत्ति होने पर प्रो कोरोनरी धमनी जम जाती हैं और हृदय से जुड़ी बीमारियां होने लगती है। ऐसे में अंजीर में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण फ्री रेडिकल्स को खत्म कर हृदय की रक्षा करता है। यही नहीं, अंजीर में ओमेगा 3 और ओमेगा 6 फैटी एसिड गुण भी होते हैं, जो हृदय की बीमारी से बचाते हैं।


वजन नियंत्रण- अंजीर आपके वजन को कम करने में भी सहायक होता है। यह ऐसा ड्राई फ्रूट है, जो आपके वजन को बढ़ाता नहीं है, बल्कि घटाता है। इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है और कैलोरी कम होती है। अंजीर का सेवन करने से भूख कम लगती है, जिससे आप अधिक भोजन करने से बच जाते हैं। अंजीर के सेवन से शरीर में मेटाबॉलिज्म का स्तर भी बेहतर होता है और शरीर में जमा अतिरिक्त वसा भी कम हो जाती है। अंजीर में फिशिंग नामक एंजाइम होता है, जो भोजन को सही प्रकार से बचाने में मदद करता है। यह भोजन को सही तरीके से और समय पर पचाता है, तो शरीर में अतिरिक्त वसा जमा नहीं होती और वजन बढ़ने की चिंता नहीं रहती है।


कोलेस्ट्रॉल- अंजीर में पेक्टिन नामक फाइबर होता है, जो रक्त से खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है। साथ ही अंजीर का फाइबर गुण पाचन तंत्र से भी अधिक अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल को साफ करता है। अंजीर में विटामिन बी 6 भी होता है, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित कर आपके मूड को अच्छा बनाता है। अंजीर में ओमेगा-3 और ओमेगा 6 फैटी एसिड होने के कारण कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रित रहता है।


एनीमिया- यह तो सभी जानते हैं कि शरीर में आयरन की कमी होने पर एनीमिया होता है। अगर सही वक्त पर इसका इलाज न किया जाए तो यह काफी घातक रूप ले सकता है। सूखे अंजीर को आयरन का प्रमुख स्रोत माना गया है। इससे शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ता है। खासतौर से महिलाओं में होने वाले मासिक धर्म और गर्भावस्था के समय कई महिलाएं एनीमिया का शिकार होती हैं। उस समय अगर उन्हें अंजीर का सेवन करने दिया जाए तो एनीमिया जैसी परेशानी से छुटकारा मिल सकता है। इसलिए अंजीर को अपनी डाइट में शामिल किया जाना जरूरी है। खासतौर से अगर किसी महिला की किसी तरह की सर्जरी हुई है तो अंजीर के सेवन से शरीर में आयरन की मात्रा को पूरा किया जा सकता है।


मधुमेह की परेशानी- अंजीर के फल के साथ उसके पत्ते भी सेहत के लिए काफी अच्छे होते हैं। अंजीर के पत्तों में ऐसे कई गुणकारी तत्व मौजूद हैं, जो रक्त में ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित कर सकते हैं। एक अध्ययन में इस बात की पुष्टि की गई है कि अगर भोजन में अंजीर के पत्तों को शामिल किया जाता है तो वे डायबिटीज से लड़ने में मदद करते हैं। आप डायबिटीज के प्रभाव को कम करने के लिए अंजीर के पत्तों की चाय बनाकर उनका सेवन कर सकते हैं। साथ ही इसका पाउडर बनाकर सेवन करने से  मधुमेह से छुटकारा भी मिल सकता है


कैंसर- अंजीर से कैंसर जैसी घातक बीमारी का भी इलाज हो सकता है। अंजीर का फल पेट और ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को काफी हद तक कम कर सकता है। अंजीर में फाइबर अधिक मात्रा में होता है, जो पेट में जमा गंदगी को मल के रास्ते बाहर निकाल देता है। साथ ही अंजीर में अनगिनत छोटे-छोटे बीज भी होते हैं, जिनमें अत्यधिक मात्रा में म्युसिन पाया जाता है, जो पेट की गंदगी को एक जगह एकत्र कर उसे बाहर निकाल देता है।


हड्डियों के लिए अच्छा- अंजीर को कैल्शियम, पोटैशियम और मैग्नीशियम का मुख्य स्रोत माना गया है। इससे हड्डियां भी मजबूत होती हैं। अंजीर के गुणकारी तत्व हड्डियों पर प्रभावी तरीके से काम करते हैं, जिससे उनके टूटने की आशंका काफी हद तक कम हो जाती है। इसमें कोई दो राय नहीं है कि हड्डियों के लिए कैल्शियम जरूरी है। यही कारण है कि हड़ियों की सेहत के लिए अंजीर खाने की सलाह दी जाती है क्योंकि अंजीर में कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है।


अस्थमा- अंजीर के लाभ अस्थमा के मरीज को भी मिल सकता है। मेथी दाने के पाउडर को शहद और अंजीर के साथ लेने से अस्थमा काफी हद तक ठीक हो सकता है। अस्थमा के मरीज अंजीर का जूस भी पी सकते हैं। इससे उन्हें काफी लाभ मिल सकता है। अंजीर के सेवन से शरीर के अंदर म्यूकस झिल्लियों को नमी प्रदान होती है। इससे कफ साफ होता है, जिससे अस्थमा के मरीज को कुछ राहत मिलती है। अंजीर में फाइटोकेमिकल योगिक भी होते हैं, जो फी रेडिकल से लड़ते हैं। फ्री रेडिकल्स के शरीर में बने रहने से अस्थमा गंभीर हो सकता है। इसलिए अंजीर खाने के फायदे अस्थमा के मरीजों को भी मिलता है।


ब्लड प्रेशर- अंजीर में पाए जाने वाले फाइबर और पोटैशियम मिलकर उच्च रक्तचाप की आशंका को कम कर उसे संतुलित बनाए रख सकते हैं। इसके अलावा अंजीर में ओमेगा-3 और ओमेगा 6 फैटी एसिड पाए जाते हैं, जो शरीर में रक्तचाप का संतुलन बनाए रखने का काम करते हैं। एंटीऑक्सीडेंट- अंजीर एंटी ऑक्सीडेंट का मुख्य स्रोत माना जाता है। एंटी ऑक्सीडेंट प्रभाव के कारण अंजीर शरीर में फ्री रेडिकल्स को खत्म कर कई तरह की बीमारियों से बचाता है। अंजीर में फेनोलिक एंटी ऑक्सीडेंट के गुण भी पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए काफी अच्छे होते हैं।


यौन शक्ति- अंजीर में मौजूद कैल्शियम, आयरन और पोटैशियम इस फल को समृद्ध बनाते हैं। साथ ही इसमें मैग्नीशियम और जरूरी मिनरल्स भी हैं, जिनकी मदद से यौन क्षमता को बढ़ाने में मदद मिलती है। इसके सेवन से रक्त वाहिकाएं फैलने लगती हैं और यौन अंगों सहित शरीर के सभी हिस्सों में रक्त का प्रवाह तेज हो जाता है। अगर अंजीर को रात भर दूध में भिगोकर रखा जाए और अगली सुबह खाया जाए तो इससे यौन क्षमता बढ़ती है।


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