खोनागोरियान की निचली बस्तियों में बाढ़ के पानी ने कहर बरसाया
- रवाने-पीने की वस्तुएं एवं कपड़े पानी में बहे
- प्रशासन अभी नहीं आया मदद के लिए आगे
कार्यालय संवाददाता
जयपुर। राजधानी जयपुर में 14 अगस्त को हुई मूसलाधार बारिश ने जयपुरवासियों बुरी तरह से प्रभावित किया है। शहर की कई बस्तियां पूरी तरह जलमग्न हो गई। कई वाहन पानी के साथ आई मिट्टी में दब गए। शहर में दुकानों और मकानों में पानी भर गया, जिससे बहुत से दुकानदारों को लाखों का नुकसान हुआ है। निचली बस्तियों में पानी भरने से लोगों के मकान डूब गए है। अब बारिश का पानी तो चला गया लेकिन अपने साथ यहां के निवासियों का सुख चेन भी ले गया। यहां लोगों के पास अब आर्थिक संकट के साथ ही खाने-पीने के भी लाले पड़ गए हैं, लेकिन प्रशासन ने अभी भी आंखे मुंद रखी हैं। बारिश का सबसे ज्यादा असर जगतपुरा रोड स्थित खो नागोरियान की बस्तियों पर पड़ा है। पानी के तेज बहाव से सडक किनारे बनी वन विभाग की दीवार कई जगहों से टूट गई जिसके कारण पहाडों का पानी टूट कर आस पास की बस्तियों में घस गया। जिससे हजारों टन मिट्टी पानी के साथ बहकर करीब 100 से ज्यादा घरों में घुस आई है। पानी के साथ लोगों के खाने-पीने का सामान, रुपए-पैसे और रोजी रोटी कमाने के साधन ऑटो, बेटरी रिक्शा आदि भी बह गए है। एक-एक पाई जोड़कर घर में सामान बसाया था वह भी बह गया। क्षेत्रवासी हाजी मोहम्मद जाकिर ने बताया कि इस बारिश ने ऐसा कहर बरपाया है कि इससे उभरना बहुत ही मुश्किल है। अगर बारिश रात में होती तो पूरी बस्ती के लोग जिंदा दफन हो गए होते। बारिश में घर का सब सामान बह गया। लोगों ने किसी तरह खुद को बचाया है। जाति कायमस्यायन सारिक स्थानीय युवक पर मदद नहीं साथ ही उन्होंने कहा कि अगर स्थानीय युवक पर मदद नहीं करते, तो शायद और भी ज्यादा नुकसान होता। हाजी जाकिर ने बताया कि क्षेत्र की बस्तियों मदीना नगर, करीम नगर, शंकर विहार, खनिया बंधा आदि में करीब 15 -20 मकान पूरी तरह तबाह हो गए। एवं करीब 35-40 मकानों को भारी नुकसान हुआ है। क्षेत्र की सड़के पूरी तरह उधड़ चुकी हैं। बारिश आए कई दिन बीत चुके हैं। लेकिन अभी भी कई नहीं घर मलबे में दबे हए हैं। सरकार और प्रशासन का ध्यान भी इन लोगों पर नहीं पड़ रहा है। अभी तक सहायता के नाम पर इन लोगों को कुछ भी नहीं मिला है। हाजी बताते हैं की स्थानीय युवकों चांद सैफी, अब्दुल मजीद, इस्लाम अब्बासी. अकमल खान, जावेद, राज आदि ने इस दौरान पूरे क्षेत्र के लोगों की मदद की। उन्होंने प्रशासन से क्षेत्र में हुए नुकसान किशोर के परिजनों को मआवजा देने की मांग की।