राजस्थान में मंत्रीमण्डल विस्तार की चर्चा
जयपुर।
राजस्थान में कांग्रेसनीत सरकार में हुई बगावत की घटना के बाद अब शान्ति दिखाई दे रही है। अब चर्चा है कि प्रदेश में मंत्रीमंडल का विस्तार करके नए विधायकों को मंत्री बनाया जाएगा। मंत्री बनने के लिए विधायकों ने लॉबिंग शुरु कर दी है। बाड़ाबंदी के समय कई विधायकों को मंत्री बनने का आश्वासन भी मिल चुका है। सचिन पायलट की बगावत के समय उन्हें और उनके साथी विश्वेन्द्र सिंह एवं रमेश मीणा को मंत्रीमंडल से बर्खास्त कर दिया गया था। सचिन पायलट चाहते हैं कि उनके साथियों को फिर मंत्री बनाया जाए। जबकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थक विधायक 18 वर्ष की आयु पायलट गुट के विधायकों को मंत्री बनाने का विरोध कर रहे हैं। प्रदेश की सरकार में दलित एवं मुस्लिम मंत्रियों की संख्या काफी कम है। जबकि कांग्रेस सरकार बनने में इन वगों का सबसे ज्यादा योगदान रहा है। अभी मास्टर चर्चा भंवरलाल मेघवाल बीमार चल रहे हैं। उनका मंत्रीमंडल से हटना तय माना जा रहा है। सचिन पायलट गुट के मुस्लिम, दलित एवं मीणा विधायकों ने भाजपा में शामिल होने से इंकार कर दिया था। ऐसे में पायलट की सारी राजनीति असफल हो गई थी।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जल्दी ही मंत्रीमंडल का विस्तार करने जा रहे हैं। प्रदेश में अभी तक एकमात्र मस्लिम मंत्री है। इसी तरह दलित एवं मीणा मंत्रियों की भी संख्या ज्यादा नहीं है। कांग्रेस पार्टी को थोक भाव वोट देने वाले वर्गों को गहलोत अब कैसे सन्तुष्ट करेंगे, मंत्रीमंडल विस्तार के बाद पता चल जाएगा।