बड़ा अजीज है, हर वक्त निभाए रखना


मिलेगा मर्तबा, हस्ती को बचाये रखना !


सफर के वास्ते, कश्ती को सजाये रखना !


कहीं तूफाँ तुम्हारा रास्ता क्या रोकेगा ,


अपनी यारी यूँ समुन्दर से बनाये रखना !


जतन से ध्यान से रिश्तों को संभाले रखना,


गुलों से प्यार के गुलशन को सजाये रखना!


बड़ी है अहमियत, किरदार की यकीं मानो,


बड़ा अजीज है, हर वक़्त निभाए रखना!


हुनर सफर में बुलंदी तलाश ले फिर भी,


रहे गरूर ना नजरों को झुकाये रखना !


भले हो सामना हर बार इम्तिहाँ से सुनो,


अपनी तालीम को जेहन में बसाये रखना !


वतन की मिट्टी के अनमोल नगीने बनकर,


इसकी तहजीब और शोहरत को उठाये रखना!


 


कलाम : हरिशंकर पाण्डेय


पेशकर्दा : फरहान इसराइली


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