जरूरतमंदों के लिए सार्थक हो रहा है 'समर्पण वस्त्र बैंक
गांधी जयन्ति पर समर्पण बैंक से गांव भीमसर (झुन्झुनू) के 236 जरूरतमंदों के लिए जारी किए कपड़े
जयपुर। मानवता व परोपकार के लिए समर्पित समर्पण संस्था द्वारा संचालित वस्त्र बैंक से गांधी जयन्ति पर राजस्थान के झुन्झुनु जिले के गाँव भीमसर के 236 जरूरतमंदो के लिए उनकी साइज़ के अनुसार कपड़े जारी किये गये। राजस्थान अभिनव सेवा सोसाइटी के सचिव डॉ. जुल्फिकार द्वारा भीमसर गाँव के जरूरतमंदो की एक सूची नाम, उम्र व साइज के अनुसार बनाकर वस्त्र बैंक में प्रस्तुत करने के आधार पर वस्त्रों की छंटनी कर साइज के अनुसार पैकिंग पर नाम लिखकर तैयार की गई। सभी तैयार वस्त्र डॉ. जुल्फिकार को भेंट किए।
ये वस्त्र डॉ. जुल्फिकार जी गाँव जाकर जरूरतमंदो को भेंट करेंगे। इस अवसर पर संस्था के संस्थापक अध्यक्ष आर्किटेक्ट डॉ. दौलत राम माल्या के साथ सदस्य लालचन्द कुमावत भी उपस्थित रहे। गत 10 सितम्बर से चल रहे वस्त्र बैंक के इस महाअभियान के तहत अब दीपावली की सफाई को देखते हुए 31 अक्टूबर तक दानदाताओं से नए व पुराने कपड़े जमा किये जायेंगे। कोरोना महामारी को देखते हुए दानदाताओं से अतिरिक्त पुराने कपड़े धोकर प्रेस करके जमा करवाने की अपील की गई है । साथ ही रेडीमेड गारमेंट दुकानदारों से भी अपील की गई है कि जो कपड़े उनके पास वर्षों से बिक्री नहीं हो रहे हैं कृपया उन कपड़ों को वस्त्र बैंक में दान करें। इस अभियान में दानदाता नए कपड़े व चप्पल भी दान कर सकते हैं। समर्पण संस्था के संस्थापक अध्यक्ष आर्किटेक्ट डॉ. दौलत राम माल्या के अनुसार कृपा प्राप्त सम्पन्न लोग यदि ईश्वर का धन्यवाद करना चाहते हैं तो उसका सबसे अच्छा तरीका है कि जो मिला है उसका कुछ अंश जरूरतमंदों के साथ बांटे। यह महा अभियान ईश्वर को धन्यवाद देने का एक अवसर है। इस कोरोनाकाल में एक क़दम परमार्थ की ओर बढ़ाएं। मिले कपड़े... खिले चेहरेः जो जरूरतमंद वस्त्र बैंक आकर कपड़े ले रहे है उनको साइज़ के अनुसार कपड़े भी नियमित वितरित किये जा रहे है। मीडिया प्रचार प्रसार द्वारा जरूरतमंद अपनी साइज के अनुसार कपड़े सीधे वस्त्र बैंक आकर ले रहे है। वस्त्र संग्रहण व वितरण एवन आर्किटेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रधान कार्यालय स्थित बेसमेंट हॉल , 18 बी, श्री कल्याण नगर करतारपुरा में प्रातः 10 से सांय 6 बजे तक नियमित किया जा रहा है।