किरदार अखबार के संस्थापक हाजी इफ़्तीखार कुरैशी नहीं रहे


                   जयपुर। राजस्थान के जाने माने अखबार दैनिक किरदार के संस्थापक, संपादक हाजी इफ्तीख़ारउद्दीन कुरैशी इस दुनिया से विदा हो गए। कुरैशी की तबीयत खराब होने के कारण कुछ दिन पहले अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। 24 सितम्बर बरोज जुमेरात को कुरैशी ने अस्पताल में अंतिम सांसे ली। राजस्थान प्रदेश में हाजी इफ़्तीख़ारउद्दीन कुरैशी “किरदार" के नाम से भी पहचाने जाते थे। किरदार अखबार 1974 में साप्ताहिक हिन्दी-उर्दू भाषा में शुरु किया गया था। किरदार अखबार को उस समय गरीब, मुस्लिम, दलित एवं दबे कुचलों की आवाज माना जाता था। अल्पसंख्यकों एवं सरकार में किरदार अखबार की एक बड़ी पहचान थी। बिना किसी डर के, बेबाकी एवं निर्भीकता से लिखे गए समाचार किरदार अखबार में पढ़ने को मिलते थे।


               कुरैशी की पत्रकारिता, समर्पण भाव एवं कड़ी मेहनत का नतीजा ही था कि किरदार अखबार जयपुर से प्रकाशित होकर परे प्रदेश में पढ़ा जाता था। 1981 में साप्ताहिक किरदार के अलावा "दैनिक किरदार" अखबार का भी प्रकाशन शुरु हो गया था। शाहिद हसन पत्रकारिता जगत में कुरैशी जी की एक अलग ही पहचान बनी थी। इमरजेंसी के समय में कुरैशी साहब को जेल जाना पड़ा था, क्योंकि उस वक्त अखबार प्रकाशन पर पाबंदी थी लेकिन कुरैशी जी सरकार की सच्चाई लोगों तक पहुंचाते रहे। समाज के प्रति वे काफी फिक्रमंद थे। किरदार चेरीटेबल ट्रस्ट के द्वारा उन्होंने समाज में शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति लाने का काम किया। हज गाइड तैयार करके हाजियों की खिदमत की और अनेक काम किए जिनके कारण हाजी इफ़्तीख़ारउद्दीन कुरैशी किरदार लोगों के मददगार के रूप में पहचाने जाते हैं। खुदा उनके जज्बे, इनके हौसले से भी बढ़कर इनके बच्चों को सलामती के साथ आगे बढ़ाए रखे, अल्लाह इन्हें जन्नतुल फिरदौस में आला मुकाम अता फरमाएं, आमीन।


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