लम्बे समय से गड्ढों में तब्दील नेशनल हाईवे, उड़ते धूल के गुबार से वाहन चालक परेशान

नेशनल हाईवे 68 की स्थिति भयानक, जिम्मेदार अधिकारी मौन 



गत तीन महीनों से बेशुमार गड्डों में नेशनल हाईवें, दुपहिया वाहन चालकों के सर पर मंडरा रही मौत


      मोहम्मद अब्बास


      सांचौर। पिछले तीन महीनों से बारिश के मौसम में बदहाल हुई नेशनल हाईवे 68 की सड़क से वाहन चालक परेशान है। बारिश के बाद सांचौर शहर के नेशनल हाईवे 68 सड़क पूरी तरह से बिखर गई है। दीपावली के पर्व पर लोग भले ही मकानों व दुकानों को चमकाने में लगे है लेकिन बदहाल सडकों पर गुजरना किसी चुनौती से कम नहीं है। बारिश से बदहाल हई सडके अभी भी बदहाली की आंसू बहा रही है। स्थिति यह है कि नेशनल हाईवे की सडक के कदम-कदम पर गड़े पड़े हुए है। इतना कछ होने के बाद भी जिम्मेदार महकमा आंखे मुंद बैठा हआ है। दीपावली पर्व को लेकर सडकों पर लोगों की आवाजाही बढ़ गई है, लेकिन बदहाल सडकों की वजह से लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है।


      शहर के नेशनल हाईवे की सड़क पर हजारों गड़े ही गड़े पडे हए है। वाहन चालकों को जो सफर 15 मिनट में तय होता था वो आज इन गड्डों की वजह से घंटो लग जाते है। इस हाईवे को अब सड़क का निर्माण करने की जरूरत है। गांधव से गुजरात के खोडा बॉर्डर तक न जाने कितने गड़े है लेकिन कछ स्थानों पर केवल पेचवर्क करके विभागीय अधिकारीयों को बेवकुफ बनाने का काम ठेकेदार द्वारा किया जा रहा है।


      शहर से जुड़ा नेशनल हाईवे 68 जगह-जगह से क्षतिग्रस्त होने से वाहन चालकों एवं राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बारिश के मौसम में बदहाल हुई सड़कों पर कहीं तो विभाग द्वारा डामरीकरण किया है वह भी उखड़ने लगा है। बारिश के दौरान यह मार्ग टुट चुका है और उसके बाद कंकरीट डालकर काम को अधूरा छोड़ दिया है। केवल साथ कंकरीट बिछाने के आसपास मिट्टी के जमाव से वाहन चालकों को पेरशानी हो रही है। वहीं दूपहिया वाहन चालकों तो चोटिल भी हो चुके है, वाहनों की आवाजाही से धूल के गुबार उड़ते रहते है। जिससे नेशनल हाईवे के दोनों तरफ दुकानदारों का व्यापार भी प्रभावित हो रहा है।


      गड्डों के कारण वाहन चालकों को मुफ्त बीमारीयां परोस रहे हैं। हाईवे पर गड्डों के कारण हादसे का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। रोजाना ही वाहन चालक हादसों का शिकार हो रहे है। हाईवे पर हर कदम पर एक गड़ा है, ध्यान हटते ही यह गड्ढे हादसे का कारण बनते है। जो विकराल रूप ले लेते है कया अधिकारी महकमा हादसे होने का इंतजार कर रहा है बदहाल हाईवे की स्थिति हर दिन दूपहीया वाहन चालकों का आज भी चलना मुष्किल है धूल के गबार की वजह से सामने आने वाला वाहन नजदीक आने पर पता चलता है। तब तक हादसा हो जाता है। लेकिन फिर भी अधिकारीयों के सिर से जू तक नहीं रेगती. रोजाना हाईवें को हजारों की संख्या में भारी व हल्के वाहन चालक प्रयोग करते है। विभाग की लापरवाही का खामियाजा आखिर कब तक वाहन चालको को भुगतना पड़ेगा।


Popular posts from this blog

इस्लामिक तारीख़ के नायक : पहले खलीफा हज़रत अबू बकर सिद्दीक़ रज़ियल्लाहु अन्हु

दुआ के कबूल होने का वक्त और जगह

तिजारत में बरकत है