पर्यावरण एवं गौ सेवा से होता है प्रकृति संरक्षण-आफरीदी

 भामाशाह एवं उद्धमी पूनम कुलरिया के जन्मदिवस पर हुए सेवा कार्य



       जयपुर। पौधारोपण, गौ संरक्षण जैसे सेवा कार्यो से जुड़कर मानव प्रकृति संरक्षण में सहयोग कर सकता है। उद्यमी एवं भामाशाह पूनम कुलरिया ने 33 जिलों में पौधारोपण कार्यक्रम कियासाथ ही संत दुलाराम कुलरिया के दिखाए सद्मार्ग पर चलते हुए गौसेवा एवं कोरोना संकट में उन्मुक्त हृदय से आर्थिक सहयोग कर सदैव समाजसेवा में महत्ती भूमिका निभाई है।


      आह्वान जनकल्याण एवं सेवा समिति की ओर से भामाशाह पूनम कुलरिया के जन्मदिवस पर आयोजित जिला स्तरीय पौधारोपण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के विशेषाधिकारी फारूक आफरीदी ने यह बात कही। प्रताप नगर थाने से पौधारोपण अभियान का शुभारंभ हुआ। थानाधिकारी पुरुषोत्तम महरिया सहित थाना स्टाफ ने पौधारोपण में सहयोग किया। पिंजरापोल गौशाला में समिति सदस्यों ने गौचारा खिलाकर गौसेवा की और पिकॉक गार्डन के समीप पक्षियों के लिए दाना-जल की व्यवस्था की।


      सबसे अंत में कच्ची बस्तियों एवं जिले के मुख्य चौराहों पर जरूरतमंद लोगों को भोजन एवं फल वितरित किए गए। भरतपुर में भी समिति सदस्यों ने सघन पौधारोपण किया। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए गोविंद जांगिड़, रूबी खान, मुकेश शर्मा, बृजेन्द्र चौधरी, फिरोज आफरीदी, भूदेव सैनी, संजीव चंद्रावत, नफीस सहित समिति के सदस्यों ने महत्वपूर्ण सहयोग दिया।


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