वोट देने की उम्र लेकिन जनता ने पार्षद चुन लिया

- कांग्रेस टिकिट पर 21 वर्ष की असमा खान और सोहेल मंसूरी पार्षद बन गए


- दोनों ही आदर्श नगर विधानसभा क्षेत्र के वाडों में जीते हैं कांग्रेस टिकिट पर 


      जयपुर।


      सोहेल मंसूरी वार्ड 76 : जयपुर नगर निगम हेरिटेज वार्ड संख्या 76 आदर्श नगर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के सोहेल मंसूरी ने 2200 से भी ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की हैसोहेल मंसूरी जयपुर के सबसे युवा पार्षद है। उनके अनुसार असमा खान जो कि वार्ड 81 से जीती हैं सोहैल उनसे कुछ महीने छोटे हैं।



सोहेल मंसूरी को राजनीति में उनके पिता रईस मंसूरी लाए हैं। वर्ष 2014 के नगर निगम चुनाव में उन्होंने कांग्रेस पार्टी से टिकट भी मांगा था तब उनकी संतान दो से ज्यादा होने के कारण उन्हें टिकट नहीं मिल पाया। इस बार रईस मंसूरी अपने पिता की राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं अपने युवा पार्षद पुत्र के जरिए पूरी करना चाहते हैं। पार्षद सोहेल बताते हैं कि वह अपने पिता के पार्षद बनने का सपना पूरा करने और वार्ड का विकास करने के लिए राजनीति में आए हैं। सोहेल के अनुसार यहां के पूर्व पार्षद ने वार्ड में बहुत कम काम किए हैं। पार्षद के पिता रईस मंसूरी बताते हैं की उनके व आदर्श नगर विधायक रफीक पर्यावरण खान की कोशिशों से क्षेत्र में चाहे जनता क्लीनिक हो या वन विहार के सरकारी अस्पताल में विधायक कोटे से 20 लाख रुपए का अनुदान हो या सीवरेज व पीएचडी के कार्य हों यह सब काम ऐसे हैं जो पूर्व पार्षद का 5 साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद उन्होंने विधायक कोटे से करवाएं हैं। क्षेत्र की समस्याओं के बारे में नव निर्वाचित पार्षद सोहैल विस्तार से बताते हुए कहते हैं कि वन विहार का क्षेत्र उचाई और आगे का भाग पहाड़ी होने के कारण क्षेत्र में अक्सर पानी की समस्या रहती है, इसके लिए वह वार्ड में खूब कार्य करेंगे। उन्होंने यहां सरकार से पंप हाउस खोलने की भी मांग की है। ___हाल ही में हुए मुस्लिम महापौर विवाद मामले में सोहेल कहते हैं कि पार्टी का फैसला ही सर्वोपरि है। वह मुस्लिम पार्षद के उपमहापौर बनाए जाने के पद से भी संतुष्ट हैं। मात्र 21 साल के युवा पार्षद सोहेल युवाओं के लिए रोजगार शिक्षा जैसे कार्य करने वे राजनीति में आए हैं वह युवाओं और खासतौर से महिला शिक्षा के लिए कार्य करना चाहते हैं।


      असमा खान वार्ड 81 : जयपुर नगर निगम हेरिटेज वार्ड 81 जो आदर्श नगर विधानसभा क्षेत्र में आता है, से एक और युवा, ग्रेजुएट सबसे कम उम्र की महिला पार्षद बनी हैं असमा खान, जो कि सलीम खान हाथी वालों की सुपुत्री हैं ।



असमा के पिता सलीम खान को विधायक रफीक खान विधानसभा चुनाव जीतने के बाद भाजपा से कांग्रेस में लाए थे। वार्ड में सलीम खान की छवि एक बड़े सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में जानी जाती है। जयपुर की सबसे युवा महिला पार्षद असमा खान का कहना है कि वे पास ही के राजकीय स्कूल, महावतान को प्रमोट करना चाहते हैं। उसे सैकण्डरी तक मान्यता दिलवाना, स्कूल के लिए अनुदान राशि दिलवाना, क्षेत्र में ब्लड बैंक की भी कमी को देखते हुए वह शीघ्र ही सरकार से उनके वार्ड या क्षेत्र में ब्लड बैंक खोलने की मांग करेंगी। असमा खान के अनुसार मुस्लिम इलाकों में खासतौर से उनके वार्ड में नशे को जड़ से खत्म करने और युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ने का काम करेंगे। वार्ड मे स्थित डिस्पेंसरी को एक मॉडल अस्पताल के रूप में असमा विकसित करना चाहती हैं। कांग्रेस पार्टी से जीती असमा के लिए क्षेत्रीय विधायक रफीक खान ने स्वयं दौरा करके वोट मांगे थे। हालांकि यहां की पूर्व पार्षद रानी लुबना से लोग नाराज दिखे। क्षेत्रवासियों को असमा से बहुत उम्मीदें हैं। वार्ड की सीवर, सड़क,व सफाई जैसी मूलभूत समस्याओं को हल करना ही असमा की प्राथमिकता रहेगी


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