युवा कांग्रेस ने मनाई आदिवासी गौरव, आध्यात्मिक गुरु और समाज सुधारक श्री गोविंद गुरु की जयंती
जयपुर। आदिवासी गौरव और विख्यात समाज सुधारक श्री गोविंद गुरु की जयंती, राजस्थान प्रदेश युवा कांग्रेस द्वारा मनाई गई। जानकारी देते हुए मुख्य प्रवक्ता आयुष भारद्वाज ने बताया कि श्री गोविंद गुरु वागड़ क्षेत्र से विख्यात संत और समाज सुधारक रहे। स्वामी विवेकानंद एवं महर्षि दयानन्द सरस्वती जैसे महापुरुषों से प्रेरित होकर उन्होंने अपना समस्त जीवन देश, धर्म और समाज की सेवा में समर्पित किया। भील समाज के उत्थान के लिए उनके द्वारा किये गए अभिनव कार्य से समाज के सभी वर्गों में उनका महत्वपूर्ण स्थान रहा है। बांसवाड़ा में युवा कांग्रेस द्वारा राजकीय महाविद्यालय में सभा का आयोजन किया गया जिसमें युवा कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी डॉ. पलक वर्मा ने श्री गोविंद गुरु के विराट व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। डॉ. वर्मा ने कहा कि गोविंद गुरु ने 1903 में 'सम्प सभा' की स्थापना कर समाज को शराब, मांस, चोरी, व्यभिचार जैसी बुराईयों से दूर रहने, परिश्रम के माध्यम से सादा जीवन जीने, शिक्षण संस्थाओं को स्थापित कर बच्चों को पढ़ाने, अपने झगड़े पंचायत में ही सुलझाने, अन्याय न सहने, विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार कर स्वदेशी का प्रयोग करने का संदेश दे समाज को सही राह दिखाई। इसके पश्चात डॉ. वर्मा ने मानगढ़ धाम में धूड़ी स्थल पर गोविंद गुरु को नमन कर 1500 आदिवासी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।