उर्से गंज शहीदा बाबा कुल की रस्म के साथ सम्पन्न

 


 नसीबा खोल दे मेरा, मदद कर गंजे शहीदा

उदयपुर। शहर के अम्बावगढ स्थित दरगाह हजरत गंज शहीदा बाबा के चल रहे तीन दिवसीय 72वें उर्स का समापन कुल की रस्म के साथ हुआ। दरगाह कमेटी के सदर हाजी दिलावर खान व सैकेट्री शराफत हुसैन ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी गंज शहीदा बाबा का तीन दिवसीय उर्स मनाया गया। जिसमें उर्स के चलते विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये। शहरभर के बाबा के मानने वाले हिन्दु व मुस्लिम व सभी समाज के लोगों द्वारा फुल, माला, इत्र, चादर शरीफ आस्ताना ए आलिया पर पेश की गई। मन्नत पूरी होने पर अकीदतमंदों द्वारा दूध- दालया का तबरूक वितरण किया गया। शुकवार को दोपहर नमाजे जम्आ के बाद कव्वाल पार्टियों ने अपने कलाम पेश किये जिसमें मस्ताना अखलाक सुलतानी ने नसीबा खोल दे मेरा, मदद कर गंजे शहीदा सहित कई कलाम पेश कर समाईन की दाद हासिल की। कपासन से आए कव्वाल असरार इकरार चिश्ती ने छाई है रहमत की घटाएं, छाए है अबे करम के साये, गंजे शहीदा दल्हा बना सहित कई कलाम पेश किये। कव्वाली के अंतिम दौर में रंग पढा गया। उसके बाद फातिहा मौलाना बाबुल हसैन व मौलाना वसीम रजवी द्वारा पढी गई और मुल्क में अमन-चैन, मुल्क की तरक्की के लिए, आपसी भाईचारे के लिए, कोरोना महामारी से आमजन के बचाव के लिए दुआएं की गई। इस अवसर पर मुश्ताक खान, अयुब खान, इकबाल खान, युसुफ खान, अलानर खान. राजा भाई. साहिल शेख, छन्न खान, रेहान खान, इरफान खान, काबल हसैन, राज खान सहित कमेटी के सदस्य उपस्थित रहे।

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