खान सुरक्षा के सामने मजदूरों के रोजी रोटी का संकट

 

    सुकेत। कोटा स्टोन की खानों में गत दिनों से काम बंद होने के कारण कोटा स्टोन के मजदूरों पर रोजी रोटी का संकट, वैसे कोरोनाकाल में । काम बंद होने से गरीबी मुफलीसी में जीवन यापन करने वाले संकट से जूझ रहे हैं। सुकेत, साथलखेडी, चेचट, लक्ष्मीपुरा, कुंभकोट एवं झालावाड़ जिले की खानों में रुणजी, नेहराबाद, बिरियाखेडी खानों में खान श्रमिकों के काम करने पर रोक लग गई है। सुरक्षा महानिदेशक खान इस क्षेत्र में दौरे पर है। इसके चलते जो श्रमिक पंजीकृत है वे ही खानों में जा सकते हैं। 80 प्रतिशत मजदूर बेरोजगार हो गए हैं। जिसमें मंगलम सीमेंट फैक्ट्री के ठेका श्रमिक भी शामिल हैं, क्षेत्र की खानों में सभी श्रमिक ठेके में ठेकेदारों के पास पेशगी लेकर अनुबंधित है। इस समस्या का क्षेत्र में दौरे पर आने वाले अधिकारी क्यों अनदेखा कर जाते हैं यह सोचने की बात गत सालों से खान सुरक्षा सप्ताह मनाना भी बंद हो चला है। यहां खानों पर खानापूर्ति सम्बंधित अधिकारी और खान मालिक बंद कमरों में बैठकर निपटाते आ रहे हैं। खानों में काम करने वाले श्रमिकों का भविष्यनिधि के नाम से काम कर रहे खान श्रमिकों का भविष्य निधि के नाम से काटे जाने वाली राशि घटकर पांच और तीन प्रतिशत रह गई है। न मजदूरों को चिकित्सा सहायता, न ही बोनस सुविधा और अन्य सुविधा भी बंद सी हो गई है। ।

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