दस मोटिवेशनल हदीस

 

     इन मोटिवेशनल हदीसों को अपनी ज़िन्दगी का हिस्सा बनाए। 

  1. सही तरीके से खर्च करो और हिकमत सिखाओ रसूलअल्लाह ने फ़रमाया ? रश्क करना सिर्फ दो ही आदमियों के साथ जाइज हो सकता है। एक तो उस शख्स के साथ जिसे अल्लाह ने माल दिया और उसे हक और मुनासिब जगहों पर खर्च करने की तौफ़ीक़ दी। दूसरे उस शख्स के साथ जिसे अल्लाह ने हिकमत दी और वो अपनी हिकमत के मुताबिक़ हक़ फ़ैसले करता है और लोगों को उसकी तालीम देता है। बुख़ारी (1409) 
  2. लोगो का शुक्रिया करो रसूलअल्लाह ने फ़रमाया ? जो इंसानो का शुक्र गुज़ार नहीं होता वह अल्लाह का शुक्र गुज़ार नहीं होता। (अहमद, तिरमिजी)
  3. गुस्से पर काबू रसूलअल्लाह ने फ़रमाया ? पहलवान वह नहीं जो लोगों को पछाड़ दे, बल्कि पहलवान वह है जो गुस्से के वक़्त (अपने गुस्से को पछाड़ कर) अपने आप को काबू में रखे। (बुखारी, मुस्लिम) 
  4. पड़ोसी का ख़याल रखना रसूलअल्लाह ने फ़रमाया ? वह व्यक्ति मोमिन नहीं हो सकता जो भर पेट खाना खाले जबकि उसका पड़ोसी भूखा हो। (बेहकी) 
  5. यतीमों से मोहब्बत और मेहरबानी रसूलअल्लाह ने फ़रमाया ? । बेहतरीन मकान वो घर है जहाँ यतीमों को प्यार और शफ़क़त मिलती हो। 
  6. अच्छा बोलो या ख़ामोश रहो। रसूलअल्लाह ने फ़रमाया ? जो शख्स अल्लाह और आखरित के दिन पर ईमान रखता हो, उसके लिए लाजिम है के भली बात कहे वरना चुप रहे। (बुख़ारी 6136)
  7. अपने अंदर नरमी पैदा करो। रसूलअल्लाह ने फरमाया ? तुम नरमी के लिए भेजे गए हो, सख्ती के लिए नहीं। (बुख़ारी 220)
  8.  बीवी का आदर करना रसूलअल्लाह ने फ़रमाया ? तुम में सबसे बेहतरीन वो हैं जो अपनी बीवी के साथ बेहतरीन हैं। (इब्ने मजह 2054) 
  9. सच बोलना रसूलअल्लाह ने फ़रमाया ? लानत और हलाकत है उस शख्स के लिए जो लोगो को हँसाने के लिए झूठ बोले। (सुनन अबू दाऊद; 4990) 
  10. मेहमानों की इज्जत करना रसूलअल्लाह ने फ़रमाया ? जो शख्स अल्लाह और आखरित के दिन पर यकीन रखता हो, उसको अपने मेहमान की इज्जत करनी चाहिए।

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