राजस्थान सरकार के कोरोना गाइडलाइन पर चलें लोग




                      राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के लोगों को कोरोना महामारी से बचाने के लिए सभी सरकारी साधनों को झोंक दिया है। सरकारी अस्पतालों में कोरोना का इलाज मुफ्त किया जा रहा है। कोरोना में जरूरी दवाइयां और ऑक्सीजन गैस का इंतजाम तत्परता से किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की है कि यदि केंद्र सरकार सभी नागरिकों को टीका नहीं लगवाती है तो राजस्थान सरकार अपने खर्चे पर अपने सभी नागरिकों को एंटी कोविड टीके लगवाएगी। दुनिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कोरोना से निपटने की नीति की आलोचना हो रही है और देश के लिए उन्हें अक्षम नेता माना जा रहा है। कुछ वर्षों पहले भारत प्राकृतिक आपदाओं में गरीब देशों की सहायता करता था। वर्तमान में कोरोना से निबटने के लिए दूसरे देशों की और सहायता के लिए देख रहा है। भाजपा शासित प्रदेश उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश एवं गुजरात में कोरोना से निपटने में सरकारे  नाकाम हो रही है। जनता भाजपा एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नाराज दिखाई दे रही। यही कारण है कि 5 में से 4 राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा की करारी हार हुई है। उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनाव में भाजपा का भगवा रंग फीका नजर आने लगा है। दूसरी तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जिस तरह राजस्थान में कोरोना की रोकथाम के लिए व्यवस्था की है वह सराहनीय है। और पूरे देश में उनकी तारीफ हो रही है। यही कारण है कि प्रदेश में जितने मरीज कोरोना वायरस की बीमारी से अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं उतने ही मरीज ठीक होकर घर वापस आने लगे हैं। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में पहले ही सख्त लोग डाउन की घोषणा कर दी थी। दूसरी तरफ लोगों की आम जरूरत के लिए दूध, सब्जी, फल एवं किराना की दुकान खोलने के भी आदेश दिए जिससे लोगों को भूखा प्यासा नहीं रहना पड़े। मजदूरों को रोजगार के लिए फैक्ट्रियों और कारखानों को चालू रखा गया है। मुख्यमंत्री ने कोरोना से निबटने के लिए सक्षम अधिकारियों के हाथों में बागडोर दी है। मुख्यमंत्री सरकार की पूरी व्यवस्था की स्वयं मॉनिटरिंग कर रहे हैं। ऐसे मुख्यमंत्री सभी प्रदेशों में नहीं हैं। जिन्होंने अपनी जनता के लिए प्रदेश के पूरे बजट को खर्च करने की बात कही और कोरोना से किसी भी हालात में लोगों को बचाने के लिए पूरी तैयारी की। देश के लोगों को भी चाहिए कि कोरोना से बचाव के लिए सरकार की गाइडलाइन का पूरी तरह पालन किया जाए। अपने अपने घरों में लोग रहे। जब तक बाहर निकलने का कोई जरूरी कारण नहीं हो। मास्क लगाना और साफ सफाई का ध्यान रखना भी कोरोना से लड़ाई में सरकार का साथ देना है और अपनी जान की सुरक्षा करना है।

Popular posts from this blog

इस्लामिक तारीख़ के नायक : पहले खलीफा हज़रत अबू बकर सिद्दीक़ रज़ियल्लाहु अन्हु

दुआ के कबूल होने का वक्त और जगह

तिजारत में बरकत है